हमारे खून में वतन....
हमारे खून में वतन तुम्हारा ही तो रंग है
तुम्हारी धुल से बना हमारा अंग अंग है ||
सों दफा मरके भी हम फिर यही लेंगे जनम
दोर कितने आये तूफान बनकर छाए
मुस्कुराता ही रहा फिर भी हमारा देश
जालिमो ने लुटा तीरों से तलवारों से
खाया हमने धोखा हर बार गदारो से
लेकिन अब नहीं चल पायेगी गदारो की चाल
हमने सारे काट दिए है मक्कारों के जाल ||
2 comments:
This song has one more stanza i remember having sung it ..but now don't recollect the further lyrics ..please someone help out in finding them🙏
Ab naye hai hosle. Ab nayi umang hai. Har taraf Bahar hai. Tarang hi tarang hai.
Deep wo laaye hai hum. Roshni hogi na kam.
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