Saturday, June 21, 2008

Encourage ...... एक आशा


चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी

जो हताश है , उदासीन है , उनसे अनुरोध करूँगा में

केवल आशा के बल पर , सारा संसार चला करता है

जिसे डूबने से डर लगता है , उसे तेरना कब आता है

मोती उसे ही मिलते है , जो गहरे गोते खाता है

विशवाशो का हर गुलाब , सासों के बीच खिला करता है

केवल आशा के बल पर , सारा संसार चला करता है

नही मागने से हक मिलता , हर हक प्राप्त किया जाता है

हर मरना है उस जीवन को योगी कवि जिया करता है

संगर्सो के कदमो को , मंजिल का पता चला करता है

केवल आशा के बल पर , सारा संसार चला करता है